भोपाल. प्रदेश में लगातार कोरोनॉ केस बढ़ते जा रहे है ऐसे में ग्रह मंत्रालय ने भी गाईड लाइन जारी की है जिसमे शादी में सिर्फ 20 लोग शामिल हो सकते है । अब मध्यप्रदेश विधानसभा का मॉनसून सत्र 20 जुलाई से शुरू होने वाला है लेकिन उससे पहले कई सवाल खड़े हो रहे हैं ।सवाल यह है कि जब गृह मंत्रालय की नई गाइडलाइन के मुताबिक कोरोना (COVID-19) के कारण प्रदेश में शादी समारोहों में 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं हो सकते,गणेश पंडाल नहीं लगाए जा सकते तो फिर 230 विधायकों के साथ विधानसभा सत्र कैसे बुलाया जा रहा है साथ ही सत्र के दौरान विधायकों के साथ उनका स्टाफ और अधिकारियों को भी विधानसभा में मौजूद रहना पड़ता है । विधानसभा में सेंट्रलाइज्ड एसी सिस्टम है । इस वजह से संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है । ये कही सवाल अब विधायको की चिंता बड़ा रहे है ।
MP के कई MLA हो चुके कोविड का शिकार
मॉनसून सत्र से पहले यह सवाल इसलिए भी खड़े हो रहे हैं, क्योंकि इससे पहले मध्य प्रदेश में करीब आधा दर्जन विधायक कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. कुछ विधायक ऐसे भी हैं जिनके स्टाफ भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। ऐसे में सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिरकार जब गृह मंत्रालय की गाइडलाइन के मुताबिक बाकी कामों और भीड़ इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है, तो फिर माननीयों के लिए यह प्रतिबंध लागू क्यों नहीं होंगे ? क्या ये दोयम दर्जे का नियम नही होगा